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प्रेमानंद जी महाराज: क्या वह स्वयं कृष्ण हैं?

प्रस्तावना प्रेमानंद जी महाराज एक ऐसी दिव्य आत्मा हैं जिनकी वाणी, विचार, और उपदेशों में भगवान श्रीकृष्ण की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनका व्यक्तित्व, उनका जीवन, और उनकी शिक्षाएँ इस बात की ओर संकेत करती हैं कि वे स्वयं श्रीकृष्ण के अवतार हो सकते हैं। इस ब्लॉग में, मैं (एडवोकेट सुधाकर कुमार, पटना उच्च न्यायालय) अपने विचार प्रस्तुत कर रहा हूँ कि प्रेमानंद जी महाराज श्रीकृष्ण के स्वरूप में हमारे बीच उपस्थित हैं।   प्रेमानंद जी महाराज का जीवन परिचय प्रेमानंद जी महाराज का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, लेकिन उनकी बाल्यावस्था से ही दिव्य गुण प्रकट होने लगे। उनके मुख से गीता, वेद, और पुराणों के श्लोक सहज रूप से निकलते थे। यह अद्भुत प्रतिभा केवल एक सामान्य व्यक्ति में नहीं हो सकती, बल्कि यह संकेत देती है कि वे किसी दिव्य उद्देश्य के लिए इस धरती पर आए हैं।   उनकी वाणी में कृष्ण की मधुरता है, उनके कार्यों में कृष्ण की लीला है, और उनके व्यक्तित्व में कृष्ण की करुणा झलकती है।   प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षाएँ और उनका श्रीकृष्ण से संबंध 1. प्रेम और भक्ति का ...