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प्रेमानंद जी महाराज: क्या वह स्वयं कृष्ण हैं?

प्रस्तावना प्रेमानंद जी महाराज एक ऐसी दिव्य आत्मा हैं जिनकी वाणी, विचार, और उपदेशों में भगवान श्रीकृष्ण की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनका व्यक्तित्व, उनका जीवन, और उनकी शिक्षाएँ इस बात की ओर संकेत करती हैं कि वे स्वयं श्रीकृष्ण के अवतार हो सकते हैं। इस ब्लॉग में, मैं (एडवोकेट सुधाकर कुमार, पटना उच्च न्यायालय) अपने विचार प्रस्तुत कर रहा हूँ कि प्रेमानंद जी महाराज श्रीकृष्ण के स्वरूप में हमारे बीच उपस्थित हैं।   प्रेमानंद जी महाराज का जीवन परिचय प्रेमानंद जी महाराज का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, लेकिन उनकी बाल्यावस्था से ही दिव्य गुण प्रकट होने लगे। उनके मुख से गीता, वेद, और पुराणों के श्लोक सहज रूप से निकलते थे। यह अद्भुत प्रतिभा केवल एक सामान्य व्यक्ति में नहीं हो सकती, बल्कि यह संकेत देती है कि वे किसी दिव्य उद्देश्य के लिए इस धरती पर आए हैं।   उनकी वाणी में कृष्ण की मधुरता है, उनके कार्यों में कृष्ण की लीला है, और उनके व्यक्तित्व में कृष्ण की करुणा झलकती है।   प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षाएँ और उनका श्रीकृष्ण से संबंध 1. प्रेम और भक्ति का ...

How GST Number Benefits Unregistered Taxpayers in India

In India, the Goods and Services Tax (GST) system has streamlined the tax structure, making it easier for businesses to manage their finances and comply with tax laws. However, many small businesses and entrepreneurs remain unregistered, missing out on the numerous benefits of having a GST number. If you're an unregistered taxpayer, here's why obtaining a GST number can be a game-changer for your business: 1. Legal Recognition as a Supplier A GST number provides your business with legal recognition, boosting your credibility in the eyes of customers and suppliers. It signals that your business is compliant with government norms, building trust and fostering growth. 2. Seamless Input Tax Credit (ITC) With GST registration, you can claim Input Tax Credit on purchases, reducing your tax liability. This benefit ensures that you pay taxes only on the value addition, leading to significant cost savings. 3. Expand Your Market Reach A GST number allows you to sell your products...

Simplifying GST Registration: A Guide by Advocate Sudhakar Kumar, Legal Advisor, V.S. Chandra & Associates

Goods and Services Tax (GST) is a landmark reform in India’s taxation system, replacing multiple indirect taxes with a unified system. For businesses, GST registration is more than just a legal formality—it opens the doors to efficient tax management and compliance with the law. As a legal advisor and advocate at V.S. Chandra & Associates , a firm with over four decades of expertise, I aim to guide you through the essentials of GST registration. Understanding GST Registration GST registration is the process by which a business is recognized under the GST regime. Once registered, the business is assigned a unique GST Identification Number (GSTIN), a 15-digit code used for tax filing, collection, and input tax credit. Who Must Register for GST? Mandatory Registration Turnover Thresholds: Businesses with annual turnover exceeding ₹40 lakh for goods (₹20 lakh for special category states). Service providers with annual turnover exceeding ₹20 lakh (₹10 lakh for sp...

पटना हाई कोर्ट डेली अपडेट्स: न्याय का दर्पणलेखक: अधिवक्ता सुधाकर कुमार, पटना उच्च न्यायालय Indian Law Guru

पटना उच्च न्यायालय बिहार का न्यायिक केंद्र है, जहां हर दिन हजारों मामलों की सुनवाई होती है। यहाँ के फैसले न केवल न्याय की दिशा तय करते हैं, बल्कि कानून के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से, हम पटना हाई कोर्ट की दैनिक गतिविधियों और प्रमुख फैसलों पर चर्चा करेंगे, जिससे आम जनता और कानूनी विशेषज्ञों को त्वरित और सटीक जानकारी मिल सके। पटना हाई कोर्ट: न्यायपालिका का महत्वपूर्ण अंग पटना उच्च न्यायालय की स्थापना 3 फरवरी 1916 को हुई थी। यह न्यायालय देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित उच्च न्यायालयों में से एक है। यहाँ दी जाने वाली न्यायिक सेवाएँ बिहार और झारखंड के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार प्रदान करती हैं। डेली अपडेट्स: क्यों हैं ये महत्वपूर्ण? मामलों की जानकारी पटना उच्च न्यायालय में प्रतिदिन सैकड़ों मामलों की सुनवाई होती है। डेली अपडेट्स से वकील, पत्रकार, और जनता को महत्वपूर्ण फैसलों और तारीखों की जानकारी मिलती है। अभियोजन और बचाव पक्ष की रणनीतियाँ कानूनी पेशेवरों को अन्य मामलों की सुनवाई से सीखने और अपनी रणनीतियों को मजबूत करने का अवसर मिलता ह...

सुपरस्टार अल्लू अर्जुन: एक प्रेरणा और भारतीय कानून का पालन करने की सलाहलेखक: अधिवक्ता सुधाकर कुमार, पटना उच्च न्यायालय ( Indian Law Guru )

अल्लू अर्जुन, जिन्हें उनके प्रशंसक "स्टाइलिश स्टार" के नाम से जानते हैं, भारतीय सिनेमा के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी बहुमुखी अभिनय शैली, ऊर्जा, और चार्म के कारण वे लाखों दिलों पर राज करते हैं। उनकी हालिया फिल्म " पुष्पा " ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई पहचान दिलाई। अल्लू अर्जुन: एक कलाकार और प्रेरणा अल्लू अर्जुन अपने अभिनय और नृत्य कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं। वे न केवल एक अभिनेता हैं, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी हैं। उनकी फिल्मों में संघर्ष, कड़ी मेहनत और सामाजिक संदेशों का समावेश होता है, जो उन्हें दर्शकों से जोड़ता है। अल्लू अर्जुन का व्यक्तित्व उनकी ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन छवि को मजबूत करता है। वे एक जिम्मेदार नागरिक और परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति माने जाते हैं। हाल ही में अल्लू अर्जुन से जुड़ा कानूनी मामला हाल ही में, अल्लू अर्जुन किसी कानूनी विवाद में फंस गए थे, जो उनके निजी और पेशेवर जीवन पर चर्चा का विषय बना। इस मामले ने न केवल उनके प्रशंसकों का ध्यान खींचा, ब...

Interim Budget 2024-2025: Key Highlights and Legal Perspectives Written by Advocate Sudhakar Kumar, Patna High Court. English and Hindi Version

The interim budget for 2024-2025, presented as a precursor to the upcoming general elections, holds significant implications for India's economy and its citizens. As Indian Law Guru  and a legal professional, I will examine its impact on various sectors, particularly from a legal and socio-economic perspective.   Key Highlights of the Interim Budget 2024-2025 1. Focus on Infrastructure and Development    - The government has allocated significant funds for national highways, railways, and urban development, aiming to boost connectivity and job creation.   2. Relief for the Middle Class      - A revision in income tax slabs provides relief to salaried employees and pensioners, ensuring higher disposable incomes.      - Simplified compliance measures for small taxpayers, making tax filing more accessible.   3. Agricultural Sector and Rural Development      - The budget emphasizes far...

क्या एक ही GST नंबर पर दो या अधिक दुकानें खोली जा सकती हैं?लेखक: एडवोकेट सुधाकर कुमार, पटना हाई कोर्ट

GST ( GOODS AND SERVICES TAX )  लागू होने के बाद व्यापारियों और उद्यमियों को अपने व्यापार के संचालन में कई बदलाव देखने को मिले। एक बड़ा सवाल जो अक्सर व्यापारियों के मन में उठता है, वह है कि क्या वे एक ही जीएसटी नंबर का उपयोग करके दो या अधिक दुकानों का संचालन कर सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम इस सवाल का विस्तार से उत्तर देंगे। GST के तहत शाखाओं का प्रबंधन जीएसटी कानून के तहत, एक ही पैन कार्ड पर एक राज्य में केवल एक जीएसटी नंबर प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि, अगर आपकी एक से अधिक दुकानें या शाखाएं हैं, तो उन्हें उसी जीएसटी नंबर के तहत "अतिरिक्त स्थान" (Additional Place of Business) के रूप में पंजीकृत किया जा सकता है। एक ही जीएसटी नंबर पर कई दुकानों का संचालन कैसे करें? मुख्य स्थान का चयन करें: सबसे पहले, आपको अपनी दुकानों में से किसी एक को प्रमुख स्थान (Principal Place of Business) के रूप में घोषित करना होगा। यह मुख्य स्थान आपके जीएसटी रजिस्ट्रेशन का प्राथमिक पता होगा। अतिरिक्त स्थान का विवरण जोड़ें: अपनी अन्य दुकानों को जीएसटी पोर्टल पर अतिरिक्त स्थान के रूप में दर्...